Japan’s Human Washing Machine: The Future of Bathing Technology | India Today
AI-Generated Summary
जापान ने पारंपरिक शावर और बाथ टब को छोड़कर, उन्नत स्वच्छता और आराम के लिए नई मानव वाशिंग मशीन विकसित की है। यह फ्यूचरिस्टिक डिवाइस अल्ट्रासोनिक तकनीक और नानो बबल्स का इस्तेमाल कर शरीर को पूरी तरह से साफ करती है, कम पानी का उपयोग और ईको-फ्रेंडली है। इसे वेलनेस सेंटर्स में टेस्ट किया जा रहा है, और 2030 तक घरों में भी उपलब्ध होने की उम्मीद है। यह इनोवेशन न केवल लक्जरी को redefine करता है, बल्कि टैक्नोलॉजी और आत्म-देखभाल का मेल है, जो जापान की स्मार्टनेस और भविष्य दृष्टि को प्रतिबिंबित करता है।
📜 Full Transcript
आई थिंक इट्स टाइम टू फॉरगेट ट्रेडिशनल शावर एंड बाथ टब जापान इज टेकिंग सेल्फ केयर एंड टेक्नोलॉजी टू द नेक्स्ट लेवल देस फुल ऑन इनोवेशन कमिंग इन एंड यू विल बी सरप्राइज टू हियर दैट देर अ न्यू ह्यूमन वाशिंग मशीन इमेजिन दैट यू स्टेप इन टू अ फ्यूचरिस्टिक पॉड दैट क्लेंस यू मसाजेस रिजूवनेट्स यू ऑल आट द टच ऑफ अ बटन इंडिया टुडे सतजा गोसावी गेट्स अस दिस स्पेशल रिपोर्ट व्हाट इज दिस ह्यूमन वाशिंग मशीन लेट्स टेक अ लुक एट दिस इन अ कंट्री नोन फॉर इट्स ग्राउंड ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी जापान है यट अगेन रीडिफाइन लक्जरी एंड [संगीत] हाइजीन दिस इज द ह्यूमन वाशिंग मशीन बाय सांस को अ पड लाइक डिवाइस दैट टर्न्स योर डेली पैथ इनटू अ साईफाई एक्सपीरियंस सो हाउ डज इट वर्क इट स्टार्टस विथ अल्ट्रासोनिक वे टू लूज इन डर्ट फॉलो बाय वाटर जट्स फॉर अ फुल बॉडी क्लेंस एंड द बेस्ट पार्ट अ क्लाउड ऑफ ननो बबल्स दैट हाइड्रेट्स एंड रिजनेट योर स्किन दिस इन्वेंशन इज इ जस्ट अबाउट लगजरी इट्स इको फ्रेंडली टू यूजिंग ओनली 10 लीटर ऑफ वाटर पर सेशन ट्स लेस देन हाफ ऑफ योर रेगुलर शवर द ह्यूमन वाशिंग मशीन इज करेंटली बीइंग टेस्टेड इन वेलनेस सेंटर्स अक्रॉस जापान बट डेवलपर्स से इट कुड बी इन होम्स वर्ल्ड वाइड बाय 2030 हु वुडन वांट टू स्वप अ बोरिंग ओल्ड शावर फॉर दिस फ्यूचरिस्टिक स्पा ट्रीटमेंट दिस इजट साइंस कोस फर्स्टली रिमेंबर देर एआई हेल्थ केयर रोबॉट दैट हेल्प्स द एल्डरली और द रोबोटिक एक्स स्केलेटन दैट हेल्प्स विथ मोबिलिटी [संगीत] द ह्यूमन वाशिंग मशीन इज यट अनदर स्टेप इन देर जर्नी ऑफ ब्लेंडिंग टेक्नोलॉजी विथ डेली लाइफ फ्रॉम एंट नसीन बैथ्स टू कटंग एज टेक्नोलॉजी जापान प्रूव्स दैट बेदिंग इज इन आर्ट विद शिजा गोसावी बरा रिपोर्ट इंडिया टुडे